क्या आपको पता है कि मर्दों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। क्यों और कैसे ये हम बता रहे हैं। साथ ही उसके लक्षण और उस से बचने के तरीके भी बता रहे हैं।
New Delhi, Oct 22: आम तौर पर माना जाता है कि स्तन कैंसर केवल महिलाओं को ही हो सकता है। महिलाओं में इसकी जागरूकता के लिए कई अभियान भी चलाए जाते हैं। ये बेहद गंभीर बीमारी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मर्दों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। मर्दों के पास ब्रेस्ट टीशू होते हैं। इसलिए उन्हें भी स्तन कैंसर हो सकता है। पुरुषों में स्तन कैंसर एक दुर्लभ रोग है और ये सभी तरह के स्तन कैंसर का सिर्फ 1 फीसदी है। इस बारे में पुरुषों को कुछ अजीब होने का संदेह कम ही रहता है। इस मामले को लेकर अक्सर मर्द कम गंभीरता दिखाते हैं। उनको लगता है कि ये बीमारी उनको हो ही नहीं सकती है।
कैसे होता है स्तन कैंसर
मर्दों में ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है, इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इसके कई कारण हो सकते हैं। आनुवांशिकी या हरेड्रिटी महिलाओं के स्तन कैंसर में बड़ी भूमिका नहीं निभाती, लेकिन मर्दों में निभाती है। अंडकोश में सूजन से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा खाने-पीने की खराब आदत, मोटापा, ऐल्कॉहॉल का ज्यादा सेवन करना या धूम्रपान करना। हॉर्मोनल दवाइयों या हर्बल पूरक आहार के सेवन की लत। जिनकी छाती का पहले रेडिएशन टेस्ट या इलाज हो चुका हो।
स्तन कैंसर के लक्षण
अब हम आपको बताते हैं कि मर्दों में स्तन कैंसर के लक्षण क्या हैं। स्तन क्षेत्र या निपल के चारों ओर की त्वचा पर गड्ढे पड़ना या उसका बदलना। निपल में दर्द और डिस्चार्ज होना, निपल के चारों तरफ जख्म होना। लिंफ नोड्स का अंडरआर्म और एरोला क्षेत्र तक बढ़ना। बता दें कि मर्दों में स्तन-वृद्धि को गाइनेकोमास्टिया कहते हैं, इससे मर्दों में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
मर्दों को क्यों होता है ?
इस बात का जवाब तो मुश्किल है, आज के समय में कोई भी बीमारी किसी को भी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि ‘ज्यादातर मामलों में, पुरुषों में स्तन कैंसर का रोग-निदान महिलाओं की तुलना में विकसित स्तर पर होता है। मोटापा और हाई बीपी ब्रेस्ट कैंसर के बड़े खतरे हैं। लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर कोई भी इस खतरे को कम कर सकता है। उसके लिए थोड़ा संयम से काम लेना होगा।
जल्दी डाइग्नोस होना अच्छा
मर्दों में स्तन कैंसर बहुत कम होता है, लेकिन उसका खतरा तो रहता ही है। जिन को हो जाता है उन्हे कई बार पता ही नहीं होता कि क्या हुआ है। ऐसे में स्तन कैंसर के बारे में शुरू में ही पता चल जाना सबसे अच्छा होता है। शुरू में पता चल जाना और तेजी से इसका इलाज कराना ही पुरुषों में स्तन कैंसर के मामलों को घटाने की सबसे बढि़या रणनीति है। जरा भई संदेह होने पर ड़ॉक्टरों को दिखाना चाहिए।
परिवार का इतिहास
मर्दों में ब्रेस्ट कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं। उसके लिए पहले अपने परिवार की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानना जरूरी है। बीमारी के सभी मामलों में कम से कम 10 फीसदी योगदान आनुवांशिकी स्तन कैंसर का है। यानि अगर आपके परिवार में पहले किसी को स्तन कैंसर हुआ होगा तो उसके कारण आपको भी हो सकता है। इसलिए मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता करना बहुत जरूरी है।
कैसे हो बचाव
मर्दों में स्तन कैंसर से बचने के लिए कुछ साधारण तरीके हैं, जिनकी मदद से कोई भी स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। अपने शरीर का एक आदर्श वजन रखें। मोटापा और ज्यादा वजन होने से स्तन कैंसर के साथ साथ हृदय रोग और कई बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। बॉडी मास इंडेक्स को कम करें। फिजिकल एक्टिविटी आपके वजन को एक आदर्श लेवल पर लाने में मदद करते हैं।
खान पान का रखें ध्यान
स्तन कैंसर से बचने के लिए खान पान पर भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार जैसे सफेद आटा, सफेद चावल, आलू, चीनी का सेवन कम करें। ये चीजें शरीर में हॉर्मोन संबंधी बदलाव लाते हैं, जो स्तन उत्तक में कोशिका के बड़े होने का कारण बनते हैं। स्मोकिंग और शराब से दूर रहें। शराब के ज्यादा सेवन से स्तन कैंसर का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
रेगुलर चेकअप कराएं
आप भी अपने शरीर में होने वाले हर बदलाव पर नजर रखें। खास तौर पर स्तन के आस पास के क्षेत्र में होने वाले बदलाव या फिर कोई गांठ बन गई है तो उस पर ध्यान दें। इनको हल्के में न लें। रेगुलर चेकअप और कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट कराएं। कुल मिलाकर आज के समय में तमाम बीमारियों से बचने के लिए खुद भी जागरूक रहना जरूरी है। आप से ज्यादा कोई ये नहीं जान सकता है कि आपके शरीर में क्या बदलाव हो रहे हैं।