महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी दुनिया भर में महिलाओं को होने वाली बीमारियों में दूसरे नंबर पर है । लेकिन शायद आप ये नहीं जानते कि ये बीमारी पुरुषों को भी हो सकती है ।
New Delhi, Oct 18 : पुरुषों को ब्रेस्ट कैंसर, सुनकर अजीब लगा ना । जब ब्रेस्ट ही नहीं तो कैंसर कैसा, बस यही एक सबसे बड़ी भूल है पुरुषों की । स्तन उनके भी हैं लेकिन स्त्रियों जैसे विकसित नहीं हैं । बस इसीलिए कैंसर का खतरा उनमें भी हैं । महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में इस बीमारी के होने के चांसेज बहुत कम हैं । लेकिन चांसेज कम होने का अर्थ ये बिलकुल भी नहीं है कि आपको इस बीमारी से बचाव की गारंटी मिल गई ।
पुरुषों में भी होते हैं ब्रेस्ट टिश्यूज
डॉक्टर्स के मुताबिक एक आदमी में ब्रेस्ट टिश्यूज उतने ही डेवलप होते हैं जितना प्यूबर्टी आने से पहले एक लड़की के शरीर में । फर्क इतना है कि एक निश्चित उम्र के बाद लड़कियों में स्तन के आकार में बदलाव होता है और वो बढ़ते हैं लेकिन पुरुषों में ऐसा कोई हार्मोनल बदलाव ना होने के चलते स्तन का आकार वैसा ही रहता है ।
इस उम्र के पुरुषों को अधिक खतरा
ब्रेस्ट कैंसर के पुरुषों में अब तक जो भी मामले देखे गए हैं उनके मुताबिक मेल बॉडी में ये बीमारी होने की उम्र 60 साल के बाद है । इससे कम उम्र के पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम या ना के बराबर रहता है । 35 की उम्र से लेकर 60 की उम्र तक इस कैंसर के विकसित होने का पीरियड होता है जो बेहद ही स्लो प्रोसेस होता है । इस उम्र में इसे डिटेक्ट भी नहीं किया जा सकता क्योंकि कोई लक्षण ही नहीं उभरते ।
इन पुरुषों को हो सकता है कैंसर का खतरा
पुरुषों में कैंसर होने के कारण भी वही हैं जो महिलाओं में देखे जाते हैं । जैसे – किसी करीबी रिश्तेदार को स्तन कैंसर का होना । सीने मेंरेडिएशन एक्सपोजर का इतिहास रह चुका हो । कोई संक्रमण जिसका समय रहते पता ना चल पाया हो । एस्ट्रोजन सप्लीमेंट्स का ज्यादा सेवन, लिवर की गंभीर बीमारी । इसके अलावा पुरुषों के अंडकोष में कोई जख्म या पुराने रोग आदि ।
अधिक शराब का सेवन
ऊपर दिए गए कारणों में लिवर की बीमारी को मुख्य रूप से शामिल किया गया है । वो पुरुष जो शराब का अत्यधिक सेवन करते हैं उन्हें एक उम्र के बाद स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है । शराब आपके लिवर को ही प्रभावित करती है, ऐसे में स्तन कैंसर होने की संभावना भी रहती है । जिन पुरुषों को पहले से ही लिवर की प्रॉब्लम हो वो शराब का सेवन ना करें ।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
पुरुषा में स्तन कैंसर का पहला मामला पेरिस में दर्ज किया गया था । महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगने के बाद अगले 5 साल में इसका इलाज होना जरूरी माना जाता है, करीब 83 फीसदी महिलाओं के लिए ये स्थिति गंभीर होती है जबकि पुरुषों में ये आंकड़ा 73 फीसदी होता है । पुरुषों के स्तन में गांठ या पोजीशन डिस्फंक्शन या कोई उभार दिखने पर डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए ।
क्या पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर जानलेवा है
डॉक्टरों के मुताबिक अधिक उम्र में इसका पता चलना गंभीर कहा जा सकता है लेकिन ये जानलेवा नहीं है । दरअसल पुरुषों में महिलाओं कीतरह ब्रेस्ट कैंसर का पता जल्दी नहीं लगाया जा सकता है । पुरुषों के स्तन का आकार छोटा होने से ऐसा कर पाना बेहद मुश्किल है । इसलिए जिस भी अवस्था में इसके बारे में पता चलता है इलाज किया जा सकता है ।
मर्दों में कैसे पता चलता है ब्रेस्ट कैंसर है ?
महिलाओं की ही तरह पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखने पर उन्हीं जांच के तरीकों को अपनाया जाता है । जिसमें शारीरिक जांच, मैमोग्राफी और बायोप्सी शामिल है । बायोप्सी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें नमूने को माइक्रोस्कोप के जरिए बेहद ही बारीकी से जांच जाता है । जांच में बीमारी के पॉजिटिव संकेत मिलने पर आगे इलाज की प्रक्रिया शुरू की जाती है ।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का इलाज
महिलाओं के इलाज का तरीका ही पुरुषों के लिए अपनाया जाता है । कैंसर की स्टेज के अनुसार सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमो थेरेपी या हार्मोन थेरेपी का सहारा लिया जाता है । इन सभी तरह के इलाज के तरीकों में पुरुष हार्मोन थेरेपी से ज्यादा जल्दी बेहतर होते हैं । 90 परसेंट मेल ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में हार्मोन थेरेपी काम करती है ।