क्या आप फ्लोटिंग आईलैंड के बारे में जानते हैं, यहां पर लोग खुद इस तरह के घरों में रहते हैं जो पानी पर तैरते हैं. पिछले हजार सालों से ये ऐसे ही रह रहे हैं।
New Delhio, Oct 19: ये दुनिया अजीबोगरीब चीजों से भरी पड़ी है, आप एक खोजने जाते हैं तो आपको हजार दिखाई दे जाती हैं। दुनिया में कई तरह के लोग रहते हैं। तेजी से बदलती दुनिया में आज भी कई ऐसे लोग हैैं जो संसारिक सुविधाओं से दूर अपने आप में मस्त रह रहे हैं। हम आज आपको ऐसे ही लोगों के समूह के बारे में बताने वाले हैं। जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे। ये लोग एक पुरानी जनजाति के लोग हैं जो अपने लिए पानी में तैरने वाले घर बनाते हैं। खास बात ये है कि ये लोग पिछले एक हजार साल से ऐसे ही रह रहे हैं।
पानी पर तैरते घर
ये आइलैंड देख कर आप हैरान हो जाएंगे, आपको लगेगा कि ये कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जिसे मशीनों की मदद से तैयार किया गया है। अगर आप भी यही सोचते हैं तो आप गलत हैं। ये लोग सालों से इसी तरह से रहते आ रहे हैं। इनके रहन सहन के ऊपर कई बार रिसर्च भी की गई है। ये लोग दुनिया की आधुनिक सुविधाओं से दूर इसी तरह से रहते हैं।
तैरते आईलैंड
इस फ्लोटिंग आईलैंड को इन लोगों ने खुद बनाया है। यहां पर जिंदगी में जो भी जरूरत की चीजें होती हैं वो सब इन लोगों ने इस आइलैंड पर जमा कर रखी है। जीने की सारी चीजें उन्होंने जमा की हैं। ये आईलैंड है साउथ अमेरिकी देश पेरू में. जहां के लोगों ने ऐसे आईलैंड बनाए हैं जो पानी पर तैरते हैं। खास बात ये है कि इन को इसी तरह से रहने में आनंद आता है। इनका मानना है कि इस तरह से ये कुदरत केे करीब रहते हैं।
यूरोस ट्राइब ने बनाए ये घर
पेरू में ये तैरने वाले आईलैंड यूरोस ट्राइब के लोगों का ठिकाना है। ये इनकी जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। इनको अगर पक्के मकानों में रहने के लिए कहा जाए तो ये इंकार कर देते हैं। इनका मानना है कि ये इसी तरह से रहते आए हैं। आगे भी इसी तरह से रहेंगे। पिछले लगभग एक हजार सालों से वो इसी तरह से फ्लोटिंग आईलैंड में रह रहे हैं।
कैसी होती है जिंदगी
अब आप सोचिए कि इन लोगों की जिंदगी कैसी होती होगी। ये लोग पानी पर तैरने वाले घरों में रहते हैं। इन घरों का निर्माण कुदरती चीजों से किया गया है। क्या इन लोगों को डर नहीं लगता है। इस पर यूरोस ट्राइब के लोगों का कहना है कि वो कुदरत से प्यार करते हैं। ये उनकी परंपरा है। उनके पूर्वज इसी तरह से रहते थे। वो उसी परंपरा का निर्वाह कर रहे हैं।
टिटिकाका झील में बना फ्लोटिंग आइलैंड
यूरोस ट्राइब के लोगों ने पेरू की टिटिकाका झील में इन आइलैंड का निर्माण किया है। इसके निर्माण के लिए घास, लड़की का इस्तेमाल किया है। ये घर देखने में काफी खूबसूरत दिखाई देते हैं। इनके अंदर से जाकर देखने पर पता चलता है कि जो भी जरूरत का सामान है वो इन घरों में मिल जाता है। ये लोग इस बात को लेकर काफी चौकन्ने रहते हैं कि बच्चों को कोई दिक्कत न हो।
मछली पकड़ कर होता है गुजारा
अब आप ये भी सोचेंगे कि सभ्यता से दूर इस तरह से फ्लोटिंग आईलैंड में रहने वावों का गुजारा किस तरह से होता होगा। ये लोग मछली पकड़ने में धंधे से जुड़े हुे हैं। ये मछली पकड़कर उसी से अपना गुजारा करते हैं। इनमें से जो कुछ लोग समझदार हैं वो मछलियों को शहरी लोगों को बेचते भी हैं। इस तरह से इनकी जिंदगी चलती रहती है। इसके अलावा ये झील किनारे खेती भी करते हैं।
खेती से मिलता है भोजन
यूरोस ट्राइब के लोग झील किनारे जरूरी वस्तुओं की खेती भी करते हैं। ये लोग सब्जियां की खएती करते हैं। वैसे इनका मुख्य धंधा मछली पकड़ने का है, लेकिन ये खेती से भी कुछ कमाई करते हैं। इन लोगों की जिंदगी में वैसे कठिनाईयां भी बहुत हैं। किसी के बीमार होने पर ये आज भी पारंपरिक तरीके से उसका इलाज करते हैं। यही कारण है कि कई बार बीमारी से मौत हो जाती है।
परंपरा से लगाव
इन यूरोस ट्राइब के लोगों की जिंदगी पर अब तक कई फिल्में भी बन चुकी हैं, .ये लोग वैसे तो काफी शांत होते हैं लेकिन अगर कोई इनके इलाके में आकर इनकी प्राइवेसी में दखल डालता है तो ये हिंसक हो जाते हैं। कहा जाता है कि ये लोग काफी बहादुर होते हैं. ये जंगलों में खतरनाक जानवरों से निहत्थे ही भिड़ जाते हैं। दुनिया में इस तरह की कई ट्राइब्स हैं। हम तो यही कहेंगे कि अगर ये अपनी परंपरा को बचाए रखने की कोशिश कर रहे हैं तो इसमें कोई गलत बात नहीं है।