गाजीपुर जिले के चीतनाथ जेरे किला मोहल्ले की रहने वाली लड़की की शादी 19 नवंबर को रायबरेली के वर्तमान डीएम संजय खत्री से हुई है।
New Delhi, Nov 28 : बीते सप्ताह आईएएस संजय खत्री ने गाजीपुर की एक लड़की विजयलक्ष्मी से शादी की, इस शादी को लेकर कहा जा रहा था कि अधिकारी ने फरियाद लेकर आई लड़की से शादी कर ली। दरअसल पिछले दिनों संजय खत्री गाजीपुर में डीएम पद पर नियुक्त थे, उसी दौरान एक फरियादी लड़की अपनी परेशानी लेकर उनसे बार-बार मिली, दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे, जिसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया, हालांकि लड़की के भाई ने कुछ और दावा किया है।
19 नवंबर को की शादी
गाजीपुर जिले के चीतनाथ जेरे किला मोहल्ले की रहने वाली लड़की की शादी 19 नवंबर को रायबरेली के वर्तमान डीएम संजय खत्री से हुई थी, कहा जा रहा है कि ये लव मैरिज है, विजयलक्ष्मी अपनी फरियाद लेकर डीएम संजय खत्री से मिली थी, जिसके बाद दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे, और फिर बाद में शादी करने का फैसला किया।
विजयलक्ष्मी के पिता का हो चुका है निधन
दुल्हन विजयलक्ष्मी के पिता रामजी वर्मा का निधन हो चुका है, उनके 3 भाई और दो बहनें हैं, उनके भाई ने बताया कि लुदर्स कांवेट इंटर कॉलेज से बारहवीं तक पढाई करने के बाद विजयलक्ष्मी आगे की पढाई के लिये दिल्ली आ गई थीं, यहीं पर उनकी मुलाकात संजय खत्री से हुई, दोनों एक-दूसरे को पिछले कई सालों से जानते थे, दिल्ली में रहकर दोनों यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते थे।
लोग फैला रहे अफवाह
विजयलक्ष्मी के भाई रंजीत का दावा है कि बहन से डीएम की शादी को कुछ लोग लव मैरिज बता कर अफवाह फैलाने में लगे हैं, जबकि सच्चाई कुछ और ही है, उन्होने दावा करते हुए कहा कि ये शादी दोनों पक्षों के परिवारवालों की सहमित से हुई है, ये लव मैरिज नहीं बल्कि अरेंज मैरिज है, हां, इतना जरुर है कि दुल्हन और दुल्हा एक-दूसरे को पहले से जानते थे।
विजयलक्ष्मी भी करती थी परीक्षा की तैयारी
दुल्हन विजयलक्ष्मी भी 12वीं पास करने के बाद आगे की पढाई के लिये दिल्ली आ गई थी, वो दिल्ली में रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करती थी, हालांकि उनका एग्जाम क्लियर नहीं हो पाया, जिसके बाद वो वापस गाजीपुर लौट गई। भाई रंजीत का कहना है कि दिल्ली में रहने के दौरान ही उनकी मुलाकात संजय खत्री से हुई थी, दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी।
विजयलक्ष्मी के भाई का दावा
विजयलक्ष्मी के भाई रंजीत ने बताया कि अपनी बहन की शादी के लिये वो पिछले कुछ महीनों से लगातार दुल्हे की तलाश में थे, लेकिन कोई ढंग का रिश्ता उन्हें पसंद नहीं आ रहा था, इसी बीच संजय खत्री जिलाधिकारी बन गाजीपुर आए, मेरी बहन उन्हें पहले से जानती थी, इसलिये उनसे मिलने गई, फिर हमारे परिवार के लोग भी उनके परिवार वालों के पास रिश्ता लेकर गये, उन्हें हमारी बहन पसंद आ गई, जिसके बाद शादी का फैसला लिया गया।
दुल्हे के परिवार वालों को विजयलक्ष्मी पसंद
रंजीत ने दावा करते हुए कहा कि कुछ लोग इस शादी को लव मैरिज कह अफवाह उड़ाने में लगे हैं, दरअसल ऐसे लोगों का मकसद गलत हैं, जब हमारे परिवार के लोग संजय खत्री के परिवार वालों के पास शादी का प्रपोजल लेकर गये, तो उन्हें हमारा परिवार और हमारी बहन विजयलक्ष्मी पसंद आई, जिसके बाद हमने बात आगे बढाई और दोनों परिवारों में रिश्ता कायम हो गया।
गाजियाबाद में हुई शादी
आईएएस संजय खत्री और विजयलक्ष्मी की शादी यूपी के गाजियाबाद में धूम-धाम से हुई, आपको बता दें कि दुल्हन गाजीपुर की रहने वाली है, तो दुल्हा मूल रुप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं, उनके परिवार के लोग जयपुर में ही रहते हैं, लेकिन शादी के लिये दोनों परिवार गाजियाबाद पहुंचे थे, जहां दोस्तों और करीबी रिश्तेदारों की मौजूदगी में ये शादी हुई।
2010 बैच के आईएएस
मालूम हो कि संजय खत्री 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, वो वर्तमान में रायबरेली के जिलाधिकारी पद पर हैं, इससे पहले वो गाजीपुर में भी डीएम पद पर रह चुके हैं, जब वो गाजीपुर में जिलाधिकारी थे, तभी उनसे मिलने के लिये विजयलक्ष्मी पहुंची थी, जिसके बाद कुछ लोगों ने ये अफवाह फैला दिया, कि अधिकारी को फरियादी इतनी पसंद आ गई कि उन्होने शादी करने का फैसला ले लिया।