आइये आपको बताते हैं कि अगहन पूर्णिमा के दिन क्या करने से आपका परिवार खुश रहेगा।
New Delhi, Dec 02 : इस साल 3 दिसंबर 2017 रविवार को अगहन मास की पूर्णिंमा है, ये बहुत ही शुभ दिन माना जाता है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन अगर कुछ आसान उपाय किये जाएं, तो परिवार में हमेशा सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। आपको बता दें कि मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को अगहन पूर्णिमा भी कहा जाता है। आइये आपको बताते हैं कि अगहन पूर्णिमा के दिन क्या करने से आपका परिवार खुश रहेगा।
नदी में करें स्नान
अगहन पूर्णिमा को सुबह सूर्योदय से पहले उठे, फिर नित्यक्रिया से निवृत होने के बाद किसी नदी या गंगा जी में जाकर स्नान करें, फिर नदी में ही सूर्यदेव को अर्ध्य अर्पित करें। ऐसा करने से आपका बुरा सोचने वाला कभी भी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएगा, आप हमेशा शत्रुओं पर विजय हासिल करेंगे।
दान करें
अगहन पूर्णिमा के दिन दान करने का खास महत्व है, महाभारत में कहा गया है कि दान करने से बुरा समय टल जाता है, इसलिये दान जरुर करें, उत्तर भारत में सर्दी का मौसम शुरु हो चुका है, इसलिये किसी गरीब या जरुरतमंद को कंबल या फिर गर्म कपड़े दान करें, ताकि वो भी इस ठंड के मौसम में सर्दी से बच सके। इसके साथ ही इस दिन तिल और गुड़ भी दान करने का विशेष महत्व है।
घी का दीया जलाएं
इस साल अगहन पूर्णिमा रविवार को पड़ रहा है, इस दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे शुद्ध घी का दीया जलाएं, और भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करें। ऐसा करने से आपका बुरा समय खत्म हो जाएगा। आपको बता दें कि रविवार के दिन पीपल के नीचे दीया नहीं जलाया जाता, इसलिये इस बारे में किसी विद्वान पंडित से जरुर सलाह लें।
भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें
दक्षिणावर्ती शंख में गाय का थोड़ा सा दूध लें, फिर उसमें थोड़ा सा केसर मिलाएं, फिर इससे भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें, ऐसा करने से भगवान कृष्ण खुश होंगे और आप पर कृपा बरसाएंगे। शास्त्रों में कहा गया है कि अगहन पूर्णिमा के दिन कृष्ण की पूजा और अभिषेक करने से वो जल्दी खुश हो जाते हैं, इसलिये इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा जरुर करें।
कृष्ण का केले से भोग लगाएं
किसी राधा-कृष्ण मंदिर में जाएं, वहां पर केले से भगवान कृष्ण का भोग लगाएं, फिर बचे हुए केले को वहीं पर बच्चों और जरुरतमंदों में बांट दें। ऐसा करने से आपका बुरा समय खत्म होगा, आप और आपका परिवार एक बार फिर से सुख-शांति से जीवन व्यतीत कर सकेगा। भोग लगाते समय पवित्रता का खास ध्यान रखें।
फलदायी महीना
गीता के 10वें अध्याय के 35वें श्लोक में खुद भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मासानां मार्गशीर्षोयम् अर्थात मासों में मैं मार्ग शीर्ष हूं, मार्गशीर्ष महीने की ये पूर्णिमा बड़ी ही फलदायी मानी जाती है, इस दिन भगवान कृष्ण और विष्णु की पूजा की जाती है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से भगवान आसानी से और जल्दी खुश हो जाता है, जिससे सालों भर कृपा बनी रहती है।
बत्तीसी पूर्णिमा
ऐसी मान्यता है कि अगहन पूर्णिमा के दिन दान करने से पुण्य 32 गुणा बढ जाता है, इसी वजह से इस पूर्णिमा को बत्तीसी पूर्णिमा या फिर बत्तीसी पूनम भी कहा जाता है, अगहन पूर्णिमा को गंगा आदि पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा-पाठ करने के बाद दान करने का विशेष महत्व है, कहा जाता है कि बत्तीसी पूर्णिमा के दिन दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सत्यनारायण की करें पूजा
अगहन पूर्णिमा के दिन व्रत भी रखा जाता है, साथ ही इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा का विशेष महत्व है, इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनना और पढना दोनों शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु जी का प्रिय भोग चूरमा होता है, इस दिन विष्णु जी को भोग लगाया जाता है, इस दिन पूजा के बाद ब्राह्मण को भोजन कराकर दक्षिणा अवश्य दें।