नारद पुराण में कुछ चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें महापाप कहा गया है, इन कामों को करने से मनुष्य को निश्चित रुप से कई दुखों का सामना करना पड़ता है।
New Delhi, Nov 17 : नारद पुराण धर्मग्रंथों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस पुराण में भगवान की कई लीलाओं और ज्ञान का वर्णन किया गया है। इसमें मनुष्य के जीवन से जुड़ी हुई कई बातों के बारे में बताया गया है, जिनका ध्यान सभी को रखना चाहिये। नारद पुराण में कुछ चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें महापाप कहा गया है, इन कामों को करने से मनुष्य को निश्चित रुप से कई दुखों का सामना करना पड़ता है।
गुरुपत्नी के साथ संबंध बनाना
गुरु किसी भी इंसान को अच्छे-बुरे का ज्ञान देता है, शास्त्रों में गुरु को पिता और गुरुपत्नी को माता के समान कहा गया है, गुरुपत्नी के साथ संबंध बनाने वाले या गुरुपत्नी को बुरी नजर से देखने वाले मनुष्य को बह्महत्या से भी बड़ा पाप लगता है। ऐसा महापाप करने वाला इंसान कितना भी पापों का प्रायश्चित कर लें, उन्हें दुख मिलना निश्चित है, ऐसे इंसान को जयंती नामक नरक में उनके पापों की सजा मिलती है।
चोरी करना
जो इंसान दूसरों की चीजें या वस्तु हड़पने या चुराने का प्रयास करता है, वो महापापी माना जाता है, किसी और की चीजों को छल-कपट से पाने या हासिल करने वाला इंसान के जीवन के सभी पुण्यकर्म नष्ट हो जाते हैं। चोरी किये हुए सामान से कभी भी लाभ नहीं मिलता है, बल्कि इसकी वजह से उल्टा नुकसान का ही सामना करना पड़ता है। चोरी करने वाले शख्स या ऐसे कामों में साथ देने वाले इंसान को तामिस्त्र नामक नरक में दुख भोगना पड़ता है, मनुष्य को कभी भी ऐसा महापाप नहीं करना चाहिये।
शराब पीना
नारद पुराण के अनुसार शराब की तीन प्रकार बताये गये हैं, गौड़ी (गुड़ से बनाई गई), पैष्टी (चावल आदि के आटे से तैयार की गई), माध्वी (फूल, अंगूर आदि के रस से तैयार की गई) स्त्री हो या पुरुष हर इंसान को इन सभी तरह के शराबों से दूर रहना चाहिये, किसी भी तरह के शराब के सेवन से इंसान महापाप का भागी बन जाता है। शराब पीने वाले इंसान पर भगवान कभी प्रसन्न नहीं होते और उन्हें जीवन में हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शराब पीने और पिलाने वाले इंसान को विलेपक नाम के नरक में यातनाएं दी जाती है।
बाह्मण की हत्या
ऐसी मान्यता है कि बाह्मण भगवान बह्मा के मुख से उत्पन्न हुए हैं, पुराणों में ब्राह्मणों को सबसे ऊंचा स्थान दिया गया है। अगर कोई इंसान जानबूझकर किसी बाह्मण की हत्या कर देता है, तो उसे बह्म हत्या का महा पाप लगता है, ऐसा करने वाले इंसान को जीवनभर दुखों का सामना करना पड़ता है, सिर्फ हत्या करने वाले शख्स ही नहीं बल्कि ऐसे काम में साथ देने वाले इंसान को भी कंभीपाक नामक नरक में यातना दी जाती है।
भोले नाथ होते हैं जल्दी खुश और नाराज
भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है, क्योंकि शिव सादगी को पसंद करते हैं, उन्हें कच्चा फल पसंद है, वो ऐसे भगवान हैं, जो एक लोटा पानी से भी खुश हो जाते हैं, खासतौर से अगर आप जिंदगी से निराश और हताश हैं, तो आपको भोले शंकर की पूजा जरुर करनी चाहिये। लेकिन क्या आपको पता है कि भगवान भोले जितनी जल्दी खुश होते हैं, उतनी ही जल्दी नाराज भी हो जाते हैं, खासकर वैसे लोगों से जो बेईमानी और धोखेबाजी करते हैं।
शादी तोड़ने की कोशिश
भगवान भोले शंकर को ऐसे लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं, जो अपने रिश्ते में ईमानदारी नहीं रखते, खासतौर से किसी दूसरे की जिंदगी में खलल डालने वाले या उनकी शादीशुदा जिंदगी को तोड़ने की कोशिश करने से भोलेनाथ नाराज हो जाते हैं, इस पाप को वो कभी माफ नहीं करते । दूसरे के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखना हो या उसे पाने की इच्छा जाहिर करना भी पाप की श्रेणी में ही आता है।
बुरी सोच
शिव पुराण के मुताबिक जिस तरह आप किसी का बुरा नहीं करने के बावजूद उसके लिये बुरी सोच रखने की वजह से भी पाप के हकदार और दंड के भागी बन जाते हैं, उसी तरह भले ही आपने कार्य से किसी का बुरा ना किया हो, लेकिन आपकी बोली अक्षम्य पापों की हकदार भी बना सकती है, इसलिये बोली ही नहीं बल्कि बुरी सोच को भी साफ करें।
गर्भवती महिला को कुवचन
किसी गर्भवती महिला या मासिक धर्म के दौरान किसी महिला को कटु वचन नहीं कहना चाहिये, ये भी पाप के श्रेणी में आता है, अगर आपने कभी अपनी बातों से ऐसी महिलाओं का दिल दुखाया है, तो शिव के नजरों में ये अक्षम्य अपराध और पाप है, इसलिये हमेशा इन बातों का ध्यान रखें कि ऐसी महिलाओं के लिये कुवचन का इस्तेमाल ना करें, इनका दिल ना दुखाएं।