महापौर बनीं तस्लीमा बानो के पास चुनाव लड़ने के लिये पैसे नहीं थे, जिसके बाद उन्होने और उनके पति ने अपना मकान गिरवी रखा और फिर पत्नी को चुनाव लड़वाया।
New Delhi, Dec 13 : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के जरवल नगर पंचायत की महापौर बनीं तस्लीमा बानो अपने ही मकान में किराये पर रह रही हैं, जी हां, पढकर अजीब लगा ना आपको, लेकिन ये सच है, दरअसल महापौर बनीं तस्लीमा बानो के पास चुनाव लड़ने के लिये पैसे नहीं थे, जिसके बाद उन्होने और उनके पति ने अपना मकान गिरवी रखा और फिर चुनाव लड़ा, अब वो उसी मकान में किराये पर रह रही हैं।
अपने ही मकान में किरायेदार
बहराइच के जरवल नगर पंचायत की चेयरमैन बनीं तस्लीमा बानो अपने ही मकान में किरायेदार हैं, हालांकि अपने सपनों के आशियाने को फिर से हासिल करने के लिये चेयरमैन और उनके पति खूब मेहनत कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही वो अपना मकान छुड़वा लेंगी, और किरायेदार से एक बार फिर मकान मालकिन बन जाएंगी।
शपथ ग्रहण पर क्या कहा ?
महापौर बनीं तस्लीमा बानो ने कल पद और गोपनीयता की शपथ ली, उन्होने इस मौके पर जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप लोगों ने हमें उम्मीद से बढ कर दिया है, जनसेवा मेरे रगी में बसी है, नगर पंचायत के विकास के लिये जो भी करना होगा, उसमें मैं पीछे नहीं रहूंगी, कोशिश करुंगी कि लोगों की उम्मीदों पर खड़ी उतर पाउं।
कांग्रेस के टिकट पर जीता चुनाव
हाल ही में हुए निकाय चुनाव में जरवल नगर पंचायत की चेयरमैन पद पर तस्लीमा बानो जीती हैं, वो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी थी और विजयी हुई हैं, आपको बता दें कि बीते निकाय चुनाव में भी वो चुनाव लड़ी थी, लेकिन करीब दो सौ वोटों से वो हार गई थीं, लेकिन इस बार उनकी और उनके पति की मेहनत रंग लाई और पंचायत की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया ।
सब कुछ लगा दिया था दांव पर
पहली बार चुनाव हारने के बाद पति इंतिजार अहमद ने इस बार अपनी पत्नी को जिताने के लिये सब कुछ दांव पर लगा दिया था, उन्होने बताया कि 6 महीने पहले ईद के मौके पर उन्हें पता चला कि इस बार चेयरमैन के लिये महिला सीट होगी, उस समय उनका परिवार ऑर्थिक तंगी से गुजर रहा था, किसी ने भी उनकी फूटी कौड़ से मदद नहीं की, हालांकि वो पहले ही मन बना चुके थे कि कुछ भी हो इस बार तो चुनाव लड़ना है।
चुनाव से पहले गिरवी रख दिया मकान
इंतिजार अहमद अपनी पत्नी को चुनाव तो लड़वाना चाहते थे, लेकिन उनके पास पैसे बिल्कुल भी नहीं थे, जिसके बाद उन्होने अपनी पत्नी से राय-मशविरा करने के बाद अपने मकान को पांच लाख में गिरवी रख दिया, कटरा निवासी चुन्नू कुरैशी ने उन्हें कर्ज के रुप में पांच लाख रुपये दे दिये, इन्हीं पैसों से उनकी पत्नी तस्लीमा बानो ने चुनाव लड़ा और विजयी हुई।
600 रुपये किराया देती हैं
चेयरमैन तस्लीमा बानो ने बताया कि वो अपने ही मकान में किराये पर रह रही हैं, वो हर महीने 600 रुपये इसके लिये चुकाती हैं, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि वो और उनके पति खूब मेहनत कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही अपना गिरवी मकान छुड़वा लेंगे, जिससे एक बार फिर से हम किरायेदार से मकान मालकिन बन जाएंगे।
12 ठेलों से चलता है परिवार का खर्च
तस्लीमा बानो ने बताया कि उनके घर की माली हालत काफी अच्छी नहीं है, लखनऊ के हजरंतगंज, अमीनाबाद और गोल मार्केट के पास उनके पति किराये पर ठेला लगवाते हैं, वो गरीबों को ठेला देते हैं, ताकि वो छोटा-मोटा काम कर सके, इससे जो भी किराया मिलता है, उसी से उनके परिवार को भरन-पोषण होता है, तस्लीमा ने बताया कि उनका परिवार इससे आराम से चल जाता है।
खूब करेंगे मेहनत
पदभार संभालते हुए चेयरमैन तस्लीमा बानो ने कहा कि हो सकता है कि अल्लाह अब हमारी सुन ले, हम कोशिश करेंगे कि नगर पंचायत की जनता की समस्याओं को खत्म कर सके, हमारी तरफ से हरसंभव कोशिश की जाएगी कि किसी को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिये हम खूब मेहनत भी करेंगे।